नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती हर साल 23 जनवरी को मनाई जाती है.
सुभाष चंद्र बोस के जीवन का एक पक्ष राजनीति और आजादी की लड़ाई से जुड़ा था
नेताजी सुभाष चंद्र बोस को धर्म के प्रति आस्था थी. लेकिन साथ ही उनका यह भी मानना था कि अपने धर्म के प्रति आस्था रखो
सुभाष चंद्र बोस को हर साल कोलकाता में होने वाली दुर्गा पूजा का बेसब्री से इंतजार रहता था.
9 नवंबर 1936 में नेताजी ने दार्जलिंग से अपनी पत्नी एमिली शेंक्ल को पत्र लिखकर विजयादशी की शुभकामना भेजी थी.
सुभाष मंदिर यह मंदिर काशी के लमही में स्थित है, जिसकी स्थापना 23 जनवरी 2020 में हुई थी. इस मंदिर का नाम है ‘सुभाष मंदिर’.
सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को कटक में हुआ था. हर साल 23 जनवरी के दिन सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई जाती है.